- Over 50gw of solar installations in india are protected by socomec pv disconnect switches, driving sustainable growth
- Draft Karnataka Space Tech policy launched at Bengaluru Tech Summit
- एसर ने अहमदाबाद में अपने पहले मेगा स्टोर एसर प्लाज़ा की शुरूआत की
- Acer Opens Its First Mega Store, Acer Plaza, in Ahmedabad
- Few blockbusters in the last four or five years have been the worst films: Filmmaker R. Balki
छूकर आसमान लौटाना है पिता का सम्मान!
कलर्स ने अदिति शर्मा और संदीप बसवाना अभिनीत अपने नए शो ‘अपोलीना’ के साथ लाखों लड़कियों को प्रेरित करने की राह पर चलने का निर्णय किया है; प्रोमो जारी हो गया है
ऐसी दुनिया में जहां आदर्श सपनों के पैरों में बेड़ियां बांधते नज़र आते हैं, कलर्स एक युवती की प्रेरक कहानी लाने के लिए तैयार है, जो आसमान छूने की हिम्मत रखती है। प्रेरणादायक ड्रामा की दुनिया को एक्सप्लोर करते हुए, चैनल ने अपने नए शो ‘अपोलीना – सपनों की ऊंची उड़ान’ का प्रोमो जारी किया है, जिसमें अदिति शर्मा अपोलीना की भूमिका में हैं और संदीप बसवाना उनके पिता गिरधर का किरदार निभा रहे हैं। यह आगामी शो अपोलीना के इर्द-गिर्द घूमता है, जो भारत की पहली महिला एस्ट्रोनॉट बनना चाहती है और अपने पिता का खोया हुआ सम्मान पुन: हासिल करना चाहती है। लेकिन सितारों तक पहुंचने का रास्ता उल्कापिंडों जैसी विशाल चुनौतियों से भरा हुआ है क्योंकि उसके पिता को ‘गद्दार’ करार दिया गया है, और अपोलीना को ‘गद्दार की बेटी’ के रूप में भारी बोझ उठाना पड़ता है। क्या वह इस पूर्वाग्रह और कलंक के भारी बेड़ियों से मुक्त हो पाएगी?
अपोलीना की भूमिका निभाने से जुड़ी अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए, अदिति शर्मा कहती हैं, “मुझे अपोलीना की भूमिका निभाने पर गर्व है क्योंकि यह भूमिका उन अनगिनत लड़कियों के लिए उम्मीद की किरण है जो अपने मुश्किल हालातों के बावजूद सपने देखने की हिम्मत रखती हैं। इस शो का जो असर पड़ेगा, उसके बारे में सोचकर मुझे बहुत ज़िम्मेदारी का एहसास होता है। मुझे पूरी उम्मीद है कि भारत जल्द ही अपनी पहली महिला एस्ट्रोनॉट को देखेगा, और अगर ‘अपोलीना’ उस हकीकत की प्रेरणा बनने में एक छोटी सी भूमिका भी निभा पाती है, तो मैं अपना मिशन पूरा मानूंगी।”
गिरधर की भूमिका निभाने को लेकर रोमांचित संदीप बसवाना कहते हैं, “अपोलीना के पिता गिरधर की भूमिका निभाने का अनुभव खास है, क्योंकि यह दर्शाता है कि एक पिता अपनी बेटी को आगे बढ़ाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, भले ही उसे कितने ही सामाजिक दबाव का सामना क्यों न करना पड़े। मुझे लगता है कि भारत को अपोलीना के पिता जैसे और भी पिताओं की ज़रूरत है – ऐसे पुरुष जो अपनी बेटियों को आगे बढ़ने देने के लिए आदर्शों को चुनौती देने के लिए तैयार हैं। यह भूमिका हमारे समाज में पेरेंटिंग और लैंगिक भूमिकाओं से संबंधित धारणाओं को बदलने को लेकर मेरी व्यक्तिगत कोशिश है।”
‘अपोलीना – सपनों की ऊंची उड़ान’ में, गुरुत्वाकर्षण को चुनौती देने वाले सपनों को देखने के लिए तैयार हो जाइए, जिसका प्रीमियर जल्द ही सिर्फ़ कलर्स पर होगा!